माता रानी के भजन लिखित में – Maiya Kripa Kardo Jholi Meri Bhardo Lyrics
आध्यात्मिक संदेशों और भक्ति के अद्भुत संगीत के क्षेत्र में, “मैया कृपा कर दो झोली मेरी भर दो” एक अत्यंत प्रसिद्ध भजन है। इस गाने में एक गहरी आत्मिक आवाज़ के साथ, भक्ति और आशा का संदेश है, जो माँ की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है। इस लेख में, हम इस भजन के शब्दों की गहराई में उत्कृष्टता को खोजेंगे और इसके ध्यानदार भावनात्मक संदेशों को समझेंगे।
Maiya Kripa Kardo Jholi Meri Bhardo Lyrics
।। श्लोक ।।
माँ नाम लेना कोई शर्म नहीं है,
इससे बड़ा तो कोई करम नहीं है,
जिसमे माता की पूजा का जिक्र न हो,
ऐसा तो दुनिया में कोई धर्म नहीं है।
मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो
तेरी दया का हम सदा गुणगान करेंगे
तेरा ध्यान करेंगे
मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो।
भक्तो की करती हरदम रखवाली हो
हर संकट को पलभर में तुम टाली हो
फिर क्यों नहीं तुम पर भला अभिमान करेंगे
तेरा ध्यान करेंगे
मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो।
मेरी विनती सुनकर मत ठुकरा देना
अपना बालक जान मुझे अपना लेना
अर्पण तुम्हारी सेवा में हम प्राण करेंगे
तेरा ध्यान करेंगे
मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो।
दृष्टि दया शर्मा पे माँ अब तो करदो
अपने भक्तो की मैया झोली भरदो
हरदम तुम्हारे नाम का गुणगान करेंगे
नित ध्यान करेंगे
मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो।
मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो
तेरी दया का हम सदा गुणगान करेंगे
तेरा ध्यान करेंगे
मैया कृपा कर दो झोली मेरी भरदो।
इस अद्वितीय भजन के माध्यम से, हम माँ के असीम प्रेम और दया का आभास करते हैं और उनसे आशीर्वाद मांगते हैं। “Maiya Kripa Kardo Jholi Meri Bhardo Lyrics” न केवल एक गाना है, बल्कि एक अनुभव है, जो हमें माता की अद्वितीय प्रेम और दया को अपने जीवन में अनुभव करने का अवसर देता है। इस भजन के माध्यम से, हम अपने मन को शांत करते हैं और माँ की कृपा को अनुभव करते हैं, जो हमें हर कठिनाई से पार करने की शक्ति प्रदान करती है।